कलम बेखौफ हो के लिख वही जिसकी जरूरत ही 1
कलम तू लिख रही ही क्या उसे लखना कहा जाये 1
लिखना तो वही जो किसी के काममें आये 11
कभी भी महज़ लिख देने के मक़सद से नहीं लिखना 1
लगा ही रोग लिखने का कभी भी ये नहीं सुनना 11
भले तारीफ करना भूल जाये शहंशाहों की 1
कभी ना चूकना लिखना कथा उनके गुनाहों की १
तेगो तलवार ko ek din yakinan mae khani hai